प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच वहां मौजूद लोगों के बीच बहस शुरू हो गई. एक शख्स ने किसान नेताओं पर स्याही फेंक दी और वहां कुर्सियां फेंकना शुरू कर दिया.
राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यहां सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना लोकल पुलिस की जिम्मेदारी थी. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये सब सरकार की मिलीभगत से हुआ है.