मोहाली इंटेलिजेंस ऑफिस ब्लास्ट : पुलिस का आतंकी हमले से इनकार, NIA कर सकती है जांच
(अम्बाला ज्योतिकण ) पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा के मोहाली स्थित मुख्यालय पर सोमवार देर शाम हमला हुआ. इससे ऑफिस के शीशे टूट गए. आशंका जताई जा रही थी कि यह आतंकी घटना है, लेकिन मोहाली पुलिस की ओर से जारी बयान से साफ हो गया कि यह आतंकी घटना नहीं है. सीएम भगवंत मान ने ट्वीट किया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है, जिसने भी पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिश की है उसे बख्शा नहीं जाएगा. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी घटना की निंदा की है. इस बीच, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) मामले की जांच अपने हाथ में ले सकती है
मोहाली के सेक्टर-77 स्थित खुफिया कार्यालय की प्रमुख इमारत की तीसरी मंजिल पर जोरदार धमाका हुआ. बताया जाता है कि शाम 7:45 बजे आरपीजी (रॉकेट प्रोपेन ग्रेनेड) गिरा. ग्रेनेड हमले से इमारत की तीसरी मंजिल की खिड़कियाें के शीशे टूट गए और दीवार क्षतिग्रस्त हो गई. धमाके के बाद मोहाली और आसपास के इलाकों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य के डीजीपी से घटना की पूरी रिपोर्ट मांगी है. पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और घटना की जांच की जा रही है
मोहाली के एसपी (मुख्यालय) रविंदर पाल सिंह ने कहा है कि खुफिया मुख्यालय की इमारत पर मामूली हमला हुआ है. खिड़की टूट गई है लेकिन अंदर कोई नुकसान नहीं हुआ है. हमला सड़क के किनारे हुआ जिसकी जांच की जा रही है. आतंकी हमला होने के बारे में पूछे जाने पर रविंदर पाल सिंह ने कहा कि इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. हम जांच कर रहे हैं. घटना की हर एंगल से जांच की जा रही है
वहीं, सूत्रों का कहना है कि यह धमाका 80 से 100 मीटर दूरी से हुआ हो सकता है. आसपास रिहायशी इलाका है इस वजह से ऐसा भी अंदेशा जताया जा रहा है कि यह हमला किसी घर की छत से किया गया. वहीं, इस मामले में एक संदिग्ध कार देखे जाने की भी बात सामने आ रही है. पुलिस इलाके की सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन को ट्रेस करने में जुट गई है.
क्या है आरपीजी, क्या कहते हैं विशेषज्ञ : रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) की बात करें तो इसकी रेंज 700 मीटर से ज्यादा है. यदि लक्ष्य सही लगे तो इसका उपयोग किसी भी टैंक, बख्तरबंद वाहन, हेलीकॉप्टर या विमान को उड़ाने के लिए किया जा सकता है. आरपीजी के खतरों पर विशेषज्ञों का कहना है कि आरपीजी का उपयोग देश में पहले नहीं देखा गया है. अफगानिस्तान में इस तरह के हथियारों के इस्तेमाल की सूचना मिली है. यह बहुत खतरनाक हो सकता है. हालांकि यह पता लगाना महत्वपूर्ण होगा कि क्या ये आरपीजी हमला है. अगर है तो कौन आतंकी संगठन ऐसा करता है
हाल की घटनाएं: पंजाब और आसपास के राज्यों में हथगोले या विस्फोटक मिलते रहे हैं. इससे पहले तरनतारन से विस्फोटक बरामद किया गया था. करनाल में एक खाली जगह पर चार संदिग्ध आतंकियों के कब्जे से विस्फोटक बरामद हुआ था. चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल के बाहर से एक बम बरामद किया गया था.