बाबा केदारनाथ दर्शन करने के लिए जाने से पहले आपको होनी चाहिए यह जानकारी, पढ़े

बाबा केदारनाथ दर्शन करने के लिए जाने से पहले आपको होनी चाहिए यह जानकारी, पढ़े

अंबाला ज्योतिकण (अभिषेक ) : बाबा केदार के वाइरल वीडियोस देखें होंगे सभी ने
भीड़ बहुत है पर किसी ने भी वहां की जानकारी आपको दी ? ऐसी कोई पोस्ट नही देखी मैंने, आइए आपको सकारात्मक तरीके से कुछ जानकारी देता हूँ अगर एक पोस्ट में नही हो पाए तो ज्यादा करूँगा। इस पोस्ट में केवल इस बार के नियम, हालांकि इस बार कुछ नियम बदल गए हैं इनकी वजह है प्रशाशन का भीड़ नियंत्रण का प्रयास

1- ऑनलाइन पंजीकरण जरूर घर पर ही कर लें। पहले यात्रा का होगा फिर यात्रियों का अलग अलग होगा। ऑफलाइन भी है पर वहां आपका अनावश्यक समय लगेगा।
पंजीकरण लिंक – https://badrinath-kedarnath.gov.in/Auth/LoginRegister/Pilgrim_Registration.aspx

2- गाड़ी प्राइवेट सोनप्रयाग पार्किंग में खड़ी होगी , जगह की दिक्कत नही , टूरिस्ट बस या टेम्पो सीतापुर पार्किंग में ही होंगी।

3-आपको सोनप्रयाग से गौरीकुंड 5 किमी जाने के लिए जीप लेनी है वहां भी लाइन है दिन रात 150 गाड़ी चल रही हैं एक गाड़ी में 10 लोगो को जाना होता है 50 रुपये किराया है। लाइन लंबी हो तो सही हेल्थ वाले पैदल भी जा सकते हैं।

4-गौरीकुंड में भीड़ ज्यादा होने पर कभी भी यात्रा कुछ देर को रोक सकते हैं, आपके पास बुकिंग होनी चाहिए ऊपर मंदिर की तो जा सकते हैं। सामान्य रूप से 2 से 3 बजे तक चलता रहता है भीड़ बढ़ने पर 11 बजे तक भी बन्द हुआ है। इसलिए सवेरे निकलें

5- घोड़ा वालो का सबका कार्ड बना है, GPS चिप सब पर लगी है। प्रीपेड काउंटर है जिस पर 2400 गौरीकुंड से बेस चार्ज है वापसी 1500 रुपये है। जिसे लगता हो चढ़ाई करने में 18 किमी दिक्कत हो सकती है उसे पहले ही लेने में फायदा है। गौरीकुंड पर घोड़े सुबह 3 बजे से दिन के 2 बजे तक ही मिलते हैं।

6- मंदिर सुबह 4 बजे खुलता है शाम 7 से 8 बजे तक बन्द हो जाता है । लोग रात के 12 बजे से लाइन में लग जाते हैं। 2 किलोमीटर लाइन आम बात है।

7- ठंड बहुत है गर्म जैकेट और दस्ताने जरूरी हैं । शाम को हाथ सुन्न हो जाते हैं ।

8- मंदिर। बेस कैम्प। सब जगह रुकने के लिए टेंट उपलब्ध हैं। धर्मशालाओ और टेंट में रुकने के लिए सबसे सस्ता साधन डोरमेट्री है। प्रति व्यक्ति के हिसाब से टेंट में 500 से 600 और धर्मशाला में 800 से 1200 रुपये है।

9- बारिश के लिए रेनकोट जरूर रखें। यहां रोज बारिश हुई ही है भले 30 मिनट हो।

10- पीने के पानी और खाने की दिक्कत रास्ते भर कहीं नही है मानो मेला लगा है।

11- उतरते समय भी गौरीकुंड से पार्किंग तक जाने के लिए गाड़ी लाइन में लगना पड़ेगा और जिनकी गाड़ी सीतापुर में है वहां तक भी जाम की वजह से पैदल चलना पड़ सकता है।

12- आपको दो बुकिंग होटल की हर हाल में चाहिए। एक मंदिर पर रुकने की और दूसरी सीतापुर /फाटा /गौरीकुंड के पास की। उसके बिना बिल्कुल न जाएं।

13- बुजुर्गों, महिलाए छोटे बच्चे के साथ जाने वालों को सलाह है अभी रुकिए कुछ दिन

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