वीरेश शांडिल्य ने करवाया सीएम उद्घव ठाकरे व डीजीपी महाराष्ट्र पर
धार्मिक भावनाएं भड़काने मामला दर्ज
हनुमान चालीसा का पाठ गाने पर सांसद नवनीत राणा व रवि राणा को देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार करने पर भड़के वीरेश शांडिल्य
उद्धव ठाकरे व डीजीपी पर धार्मिक भावनाए भड़काने का मामला धारा 295-ए के तहत हुआ दर्ज
वीरेश शांडिल्य बोले – जल्द मुम्बई जाकर दूंगा उद्धव ठाकरे सरकार को चुनौती
अम्बाला : एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया एवं ब्राह्मण महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने महाराष्ट्र की निर्दलीय सांसद नवनीत रवि राणा एवं विधायक रवि राणा के खिलाफ हनुमान चालीसा का पाठ करने मात्र पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने वाले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व महाराष्ट्र के डीजीपी रजनीश सेठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है । हरियाणा के अंबाला की सीजेएम अदालत में वीरेश शांडिल्य के एडवोकेट सुमित शर्मा द्वारा पूरे विश्व के हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं भड़काने पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व डीजीपी महाराष्ट्र के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295-ए के तहत मुकदमा दर्ज करवाया गया है अदालत में इस मामले के दर्ज होने के बाद अंबरदीप सिंह ने शिकायतकर्ता वीरेश शांडिल्य को इस मामले में साक्ष्य पेश करने के आदेश दिए हैं ।
वीरेश शांडिल्य ने अदालत परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि किसी कीमत पर भी हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं से खेलने का लाइसेंस किसी को नहीं दिया जाएगा और उद्धव ठाकरे व डीजीपी महाराष्ट्र ने जो देशद्रोह का केस हनुमान चालीसा का पाठ मुख्यमंत्री के निजी निवास स्थान के बाहर करने का ऐलान करने पर नवनीत राणा व रवि राणा पर दर्ज किया वह शर्मनाक है । शांडिल्य ने कहा महाराष्ट्र जाकर उद्धव सरकार को चुनौती देंगे और किसी कीमत पर भी हनुमान चालीसा वह हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर किसी भी देश के नेता को नहीं करने देंगे चाहे इसके लिए उन्हें किसी भी हद तक क्यों ना जाना पड़े । बड़ी वीरेश शांडिल्य ने कहा इस मामले पर कांग्रेस पार्टी एनसीपी भी अपना रुख स्पष्ट करें कि वह इस मुद्दे पर शिवसेना के साथ है या नहीं । वही शांडिल्य ने देश के राष्ट्रपति व महाराष्ट्र के राज्यपाल से मांग की कि जो सरकार हिंदुओं के खिलाफ और हनुमान चालीसा को लेकर ऐसी सोच रखती है ऐसी सरकार को भंग करना चाहिए वह महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए ।
वीरेश शांडिल्य ने का बाला साहब ठाकरे जो हिंदू हृदय सम्राट थे उन्होंने प्रधानमंत्री जैसे पदों को ठोकर मार दी पर उनके बेटे उद्धव ठाकरे राजनीतिक फायदे के लिए बाला साहब ठाकरे की इज्जत को मिट्टी में मिला दिया ।वहीं इस मामले में वीरेश शांडिल्य के एडवोकेट सुमित शर्मा ने कहा कि हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने को लेकर जो शांडिल्य ने मामला दर्ज करवाया उसे अदालत ने स्वीकार किया व शिकायतकर्ता शांडिल्य को तमाम साक्ष्य व दस्तावेजों सहित अदालत में बयान दर्ज करवाने के आदेश दिए ।