अम्बाला (ज्योतिकण न्यूज़) हरियाणा में अगर किसी मुख्यमंत्री को विकास पुरुष कहा गया तो वह भिवानी जिला के रहने वाले चौधरी बंसी लाल को कहा गया लेकिन हरियाणा बनने के बाद अगर कोई गैर मुख्यमंत्री एक कैबिनेट मंत्री के रूप में विकास पुरुष की और बढ़ रहा है तो वह अम्बाला छावनी से छठी बार विधायक और हरियाणा के सबसे ताकतवर गृह मंत्री व कुशल प्रशासक अनिल विज हैं। हरियाणा में कहावत है कि भिवानी का सीएम आया तो भिवानी में विकास, सिरसा का सीएम आया तो सिरसा में विकास, हिसार का सीएम बना तो हिसार में विकास, अहीरवाल का सीएम बना तो अहीरवाल में विकास, रोहतक का सीएम बना तो रोहतक में विकास और करनाल का सीएम बना तो करनाल में विकास। लेकिन अगर इस परंपरा को किसी ने तोड़ा तो वह अनिल विज हैं जो बिना मुख्यमंत्री होते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र में ताबड़तोड़ विकास कार्य करवा रहे हैं। जिन्होेंने अम्बाला छावनी की तस्वीर बदल दी अम्बाला का नाम 1857 की क्रांति से जुड़ा है लेकिन अब अम्बाला का नाम 1857 की क्रांति के साथ साथ अनिल विज के नाम से भी जाना जाएगा।
निस्वार्थ होकर ना केवल अपने हल्के, अपने जिला अम्बाला सहित पूरे हरियाणा की पौने 3 करोड़ जनता की सेवा कर रहे हैं। जो मंत्रालय अनिल विज के पास हैं आज उन मंत्रालयों के अधिकारी ऐसे सेवा कर रहे हैं जैसे रामराज होता है। अब तो उनके कार्यों को देखते हुए लोग उन्हें हरियाणा का सीएम देखना चाहते हैं क्योंकि हरियाणा की जनता उन्हें ईमानदार तो कहती ही है बल्कि यह भी कहती है कि अनिल विज जैसा व्यक्ति ही राजनीति में होना चाहिए जिनका सेवा का सिद्धांत नर सेवा नारायण सेवा है। अनिल विज अपने आप में एक संस्थान है जो हर वक्त जनहितों की सोचते हैं, जो हर वक्त लोगों को क्या सुविधाएं मिल सके उस पर सोचते हैं। आज उन्होेंने हरियाणा के तमाम सीएम सिटी को फेल कर उनका विकल्प बनने का काम किया और अगर अनिल विज चाहे तो उनके पास ऐसे मंत्रालय हैं वो अरबों रुपए कमा सकते हैं लेकिन कई बार तो देखने में आया कि उनकी जुराब भी फटी हुई होती है मतलब उन्हें अपने पौशाक से कोई मतलब नहीं उन्होंने तन ढककर सेवा करनी है। वो जुराब फटी हुई है या नई है या कंपनी की है उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं। उनकी सुबह भी लोगों की सेवा से होती है और रात भी लोगों की सेवा करते करते हो जाती है और लोगों की सेवा करते करते ही सो जाते हैं। धन्य है ऐसी मां जिन्होेंने अनिल विज को जन्म दिया, धन्य है ऐसी पार्टी जिन्होंने अनिल विज की सेवा को देखते हुए उन्हें वैसा ही रुतबा दिया।